39 रन पर सिमट कर रह गई टीम इंडिया , पहले Day-Night टेस्ट मैच की हर एक खबर -

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट मैच जारी है। ऑस्ट्रेलिया में भारत का यह पहला डे नाइट टेस्ट मैच है। देखने वाली बात यह होगी कि क्या ऑस्ट्रेलिया में भारत यह डे नाईट टेस्ट मैच जीत पाता है की नहीं। टीम इंडिया की पहली पारी - टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाकर अपने सारे विकेट गंवा दिए। भारत की तरफ से पहली पारी में सर्वाधिक रन विराट कोहली ने 74 रन बनाए और चेतेश्वर पुजारा ने भी 43 रनों का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिचेल स्टार्क ने 4 विकेट और पैटकमिंस ने 3 विकेट चटकाए। टीम आस्ट्रेलिया की पहली पारी - भारत के 244 रनों के जवाब में उतरी टीम आस्ट्रेलिया 191 रन पर अपने पूरे विकेट गंवा दिए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सर्वाधिकस्कोर ऑस्ट्रेलिया के वित्त और विकेटकीपर कप्तान टीम पैने ने 73 रनों का योगदान दिया। वहीं भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट रविचंद्रन अश्विन ने 4 विकेट चटकाए और उमेश यादव ने 3 विकेट चटकाए। जसप्रीत बुमराह को भी दो विकेट मिले।  टीम इंडिया की दूसरी पारी - अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी टीम इंडिया क्रिकेट इतिहास के सबसे न्यूनत

मोबाइल से जुडी इन अफवाहो को आज तक हर कोई सच मानता हुआ आया है, जाने क्या है हकिकत -

स्मार्टफोन ना हो और यह बहुत जरूरी भी है, हर एक इंसान के पास स्मार्टफोन का होना। लेकिन इस स्मार्टफोन के कुछ ऐसे दावे जो अक्सर लोगों के द्वारा सुना जाता है, जो बिल्कुल गलत है। आइए आज हम इसी के बारे में जानते हैं, वह कौन से ऐसे दावे हैं। जिसे अक्सर सही माना जाता है, लेकिन हकीकत में वह बिल्कुल गलत है।


चार्जिंग
कई लोगों का मानना यह है कि अपने स्मार्टफोन को रात भर चार्ज में लगाकर नहीं छोड़ना चाहिए। इसके कारण बैटरी खराब हो सकती है, लेकिन यह बिल्कुल गलत है। जब हमारा स्मार्टफोन 100% चार्ज हो जाता है, तो वह बैटरी में आवेश देना बंद कर देता है। जिसके कारण बैटरी के खराब होने की संभावना नहीं रहती है।

Brightness level
कई लोगों का कहना यह है कि ब्राइटनेस को आटो मोड पर नहीं रखना चाहिए। इसके कारण बैटरी अधिक खर्च होती है लेकिन ब्राइटनेस को आटो मोड पर रखने से बैटरी कम खर्च होती है यह हकीकत है।

मोबाइल का चार्जर
अक्सर लोग यह कहते हैं कि स्मार्टफोन को उसी चार्जर से चार्ज करना चाहिए जो चार्जर हमें अपने स्मार्टफोन के साथ मिला है, हमें उसी चार्जर से अपना मोबाइल चार्ज करना चाहिए। लेकिन यह बिल्कुल गलत है हम किसी भी चार्जर से अपने स्मार्टफोन को चार्ज कर सकते हैं, लेकिन बस इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो चार्जर हमें अपने स्मार्टफोन के साथ मिला है उसकी क्षमता और बाहर के चार्जर की क्षमता दोनों समान हो।

Background apps
कई लोगों का मानना यह भी है कि जिस ऐप का इस्तेमाल करके हम उसे बैकग्राउंड पर छोड़ देते हैं, तो उसके कारण से हमारी बैटरी जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। लेकिन यह दावा भी बिल्कुल गलत है।

नेटवर्क या सिग्नल
अक्सर कई लोग क्या कहते हैं कि जब मोबाइल में नेटवर्क कम रहता है, तो बात करने में परेशानी आती है। और मोबाइल में नेटवर्क होता है तो बात करने में आसानी होती है। लेकिन हमारे मोबाइल की नेटवर्क क्षमता डेसीबल पर निर्भर करता है। कभी कभी ऐसा भी होता है, जब नेटवर्क कम होता है और बात अच्छे से होती है। और नेटवर्क पूरा होता है लेकिन बात अच्छे से नहीं हो पाती क्योंकि हमारे मोबाइल का नेटवर्क डेसीबल पर निर्भर करता है।

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